
बाड़मेर: श्री किसान बोर्डिंग हाउस संस्थान, जो शिक्षा और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम है, ने एक और प्रेरणादायक उदाहरण पेश किया है। स्व. श्री खेमाराम जी और स्व. श्रीमती गवरी देवी की पावन स्मृति में उनके सुपुत्र श्री नानगाराम जी डूडी (SDM) और श्री फूसाराम जी डूडी, निवासी डूडियों की ढाणी, रावतसर, ने भवन निर्माण के लिए आर्थिक सहयोग स्वरूप 2,11,000 रुपए (दो लाख ग्यारह हज़ार रुपए) की राशि प्रदान की है। इस सहयोग से एक कक्ष का निर्माण किया जाएगा, जो संस्थान के छात्रों और अन्य लाभार्थियों के लिए समर्पित होगा।
दान का उद्देश्य और महत्त्व
डूडी परिवार ने यह योगदान अपने माता-पिता की स्मृति को सम्मानित करने और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने के उद्देश्य से दिया है। यह दान शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा। श्री नानगाराम जी डूडी, जो वर्तमान में एसडीएम के पद पर कार्यरत हैं, ने इस अवसर पर कहा, “यह योगदान हमारे माता-पिता की पुण्य स्मृति को अमर बनाने का प्रयास है। हम चाहते हैं कि हमारे इस छोटे से प्रयास से छात्र-छात्राओं को एक बेहतर वातावरण मिले और उनकी शिक्षा में कोई बाधा न आए।” SDM श्री नानगा राम के पुत्र और पुत्रवधु दोनों डॉक्टर हैं, पुत्र डॉक्टर ओ पी डूडी मनोचिकित्सक हैं
श्री किसान बोर्डिंग हाउस की सराहना
श्री किसान बोर्डिंग हाउस संस्थान के प्रबंध समिति के सदस्यों ने डूडी परिवार के इस योगदान के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि यह राशि न केवल भवन निर्माण में सहायक होगी, बल्कि यह दूसरों को भी समाज सेवा के लिए प्रेरित करेगी। संस्थान के अध्यक्ष ने कहा, “डूडी परिवार का यह कदम समाज सेवा की दिशा में एक प्रेरणादायक उदाहरण है। उनके इस दान से छात्रों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।”
संस्थान की योजनाएं और भविष्य की दृष्टि
श्री किसान बोर्डिंग हाउस संस्थान लंबे समय से ग्रामीण और शहरी छात्रों को शिक्षा के लिए सहायता प्रदान कर रहा है। संस्थान का उद्देश्य छात्रों को बेहतर आवास और अध्ययन का माहौल देना है। इस प्रकार के योगदान से संस्थान अपने उद्देश्यों को और बेहतर ढंग से पूरा कर सकेगा।
समाज के लिए संदेश
डूडी परिवार का यह योगदान समाज में एक सकारात्मक संदेश देता है कि हर व्यक्ति अपनी क्षमता अनुसार समाज के लिए कुछ कर सकता है। यह दान न केवल डूडी परिवार की उदारता को दर्शाता है, बल्कि उनके माता-पिता की महान स्मृतियों को जीवित रखने का एक उत्कृष्ट उदाहरण भी है।
श्री किसान बोर्डिंग हाउस संस्थान में इस दान को लेकर उत्साह का माहौल है और यह पहल अन्य दानदाताओं को भी समाज सेवा के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।