
जयपुर: राजस्थान में सर्दी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। रविवार को राज्य के कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा, जिससे विजिबिलिटी 30 मीटर से भी कम हो गई। जयपुर, सीकर, गंगानगर, और हनुमानगढ़ सहित कई इलाकों में कोहरे के कारण यातायात प्रभावित हुआ। इसके साथ ही, छह जिलों में कोल्ड वेव का असर भी देखने को मिला।
मौसम विभाग के अनुसार, 15 जनवरी से एक नया वेदर सिस्टम सक्रिय होने की संभावना है। इस सिस्टम के चलते उदयपुर, कोटा और जयपुर संभाग के कुछ हिस्सों में बादल छाने और हल्की बारिश होने की संभावना है।
पिछले 24 घंटों का हाल
पिछले 24 घंटों में राज्य के कई हिस्सों में हल्की बारिश हुई। जयपुर, बीकानेर, अजमेर, जोधपुर, भरतपुर, और कोटा संभाग में बादल छाए रहे। जोधपुर, नागौर और फलौदी के आसपास ओले गिरने की खबरें भी आईं। इस मौसम परिवर्तन ने दिन के अधिकतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज कराई।
शनिवार को हनुमानगढ़ और गंगानगर में दिन का अधिकतम तापमान क्रमशः 10.4°C और 10.8°C रहा, जो राज्य के सबसे ठंडे स्थानों में शामिल थे। सीकर में अधिकतम तापमान 12.5°C दर्ज किया गया। इन शहरों में दिन और रात के तापमान में केवल 2°C का अंतर रहा।



जयपुर में मौसम का हाल
राजधानी जयपुर में शनिवार को दिनभर बादल छाए रहे। शाम तक विभिन्न इलाकों में बूंदाबांदी हुई। रात में घना कोहरा छा गया, जिससे ठंड और बढ़ गई। दिन का अधिकतम तापमान 15.6°C और न्यूनतम तापमान 8.4°C दर्ज किया गया। ठंडी हवाओं के चलते लोगों को और अधिक ठंड का सामना करना पड़ा।
आने वाले दिनों में मौसम का अनुमान
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 10 दिनों तक ठंड का असर तेज रहेगा। 14 जनवरी की शाम से एक नया वेस्टरन डिस्टर्बेंस सक्रिय होगा, जो 15 जनवरी को प्रदेश में अपना प्रभाव दिखा सकता है। इसके तहत उदयपुर, कोटा और जयपुर संभाग के कुछ हिस्सों में बादल छा सकते हैं और कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। 21-22 जनवरी तक दिन का तापमान सामान्य से कम रहने का अनुमान है।
सावधानी बरतें
मौसम विभाग ने लोगों को ठंड से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी है। कोहरे के कारण सड़कों पर वाहन चलाते समय विशेष ध्यान दें। अत्यधिक ठंड के कारण बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है।
राजस्थान में अगले कुछ दिनों तक सर्दी का यह सिलसिला जारी रहने की संभावना है। बारिश और कोहरे के चलते जनजीवन प्रभावित हो सकता है। ऐसे में सभी को सतर्क रहने और मौसम के अनुसार तैयारी करने की सलाह दी जाती है।


