दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदू स्टडीज पर पीजी डिप्लोमा कोर्स: नई पहल

दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 से नए और अनोखे पाठ्यक्रम की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय ने हिंदू स्टडीज पर पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा (PG Diploma) कोर्स पेश करने की घोषणा की है। इस कोर्स को लाने का उद्देश्य भारतीय परंपराओं और हिंदू धर्म के गहराई से अध्ययन को बढ़ावा देना है। यह कदम विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद द्वारा हाल ही में आयोजित बैठक में मंजूरी प्राप्त करने के बाद उठाया गया है।

क्या होगा कोर्स में खास?

यह कोर्स हिंदू धर्म और संस्कृति के गहरे अध्ययन पर केंद्रित होगा। इसमें छात्रों को ‘हिंदू धार्मिक ग्रंथों’, ‘आध्यात्मिक परंपराओं’, ‘धार्मिक विचारधारा’ और ‘हिंदू धर्म के वैश्विक दृष्टिकोण’ जैसे विषयों पर अध्ययन और शोध करने का मौका मिलेगा।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस कोर्स के जरिए छात्रों को हिंदू धर्म के दार्शनिक और सांस्कृतिक पक्षों को समझने का अवसर मिलेगा। साथ ही, यह कोर्स वैश्विक स्तर पर हिंदू धर्म और इसकी प्रासंगिकता को समझने में मददगार होगा।

प्रवेश प्रक्रिया और पात्रता

इस कोर्स में प्रवेश के लिए छात्रों को JRF (जूनियर रिसर्च फेलोशिप) या NET (नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट) जैसी परीक्षा पास करनी होगी। इसके अलावा, दाखिले की प्रक्रिया में योग्यता आधारित चयन प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

विश्वविद्यालय के अधिकारियों के अनुसार, मार्च 2024 से प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी, और पाठ्यक्रम की कक्षाएं जुलाई 2024 से शुरू होंगी।

हिंदू स्टडीज का महत्व

21वीं सदी में हिंदू स्टडीज को एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक विषय के रूप में देखा जा रहा है। वैश्वीकरण और अंतरराष्ट्रीय संदर्भ में हिंदू धर्म और इसकी परंपराओं को समझने की मांग बढ़ रही है। इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को न केवल धर्म और संस्कृति के प्रति जागरूक बनाना है, बल्कि उन्हें इस विषय पर गहराई से शोध करने के लिए प्रेरित करना भी है।

प्रस्ताव की तैयारी और चर्चा

अकादमिक परिषद की बैठक में हिंदू स्टडीज पाठ्यक्रम को लेकर गहन चर्चा हुई। प्रोफेसर इंद्राणी मंडल ने बताया कि यह कोर्स छात्रों को न केवल हिंदू धर्म के शास्त्रीय पक्षों को समझने में मदद करेगा, बल्कि आधुनिक समाज में इसके योगदान को भी उजागर करेगा।

प्रोफेसर इन्द्राणी मंडल

एक नई शुरुआत

इस पहल को विश्वविद्यालय के शिक्षा क्षेत्र में एक नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। यह पाठ्यक्रम भारतीय संस्कृति को विश्व पटल पर एक नई पहचान दिलाने के साथ-साथ छात्रों को प्राचीन और आधुनिक ज्ञान का संगम प्रदान करेगा।

निष्कर्ष:
दिल्ली विश्वविद्यालय का यह कदम भारत की सांस्कृतिक और शैक्षणिक परंपराओं को मजबूत बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। हिंदू स्टडीज का यह पाठ्यक्रम छात्रों को भारत की धरोहर से जोड़ने और उनके ज्ञान को समृद्ध करने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करेगा।

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