राजस्थान के पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर का हालिया बयान राजनीति में एक नई चर्चा का कारण बन गया है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी इस्लामिक देश बनाने की कोशिश कर रही है। यह बयान उन्होंने एक मीडिया प्रेस कांफ्रेंस में दिया, जो कि विवादों का कारण बना है। इस बयान को लेकर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और इसे संविधान का उल्लंघन मानते हुए राज्यपाल से मंत्री मदन दिलावर को बर्खास्त करने की मांग की है।
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी चौहटन के प्रवक्ता एडवोकेट नरेश भादु ने इस बयान को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार देते हुए कहा कि यह बयान संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति की ओर से आना बेहद आपत्तिजनक है। उनका मानना है कि मंत्री पद की शपथ लेते वक्त व्यक्ति को संविधान की शपथ लेनी होती है, और ऐसे बयान संविधान के विरुद्ध हैं। उन्होंने राज्यपाल महामहिम से अपील की कि मंत्री मदन दिलावर को बर्खास्त किया जाए, ताकि संविधान की गरिमा बनी रहे और राजनीति में ऐसी विभाजनकारी टिप्पणियों को बढ़ावा ना मिले।
मंत्री मदन दिलावर के इस बयान से राजनीति में तनाव पैदा हो गया है, और इस पर विभिन्न नेताओं द्वारा तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। विपक्षी दलों का कहना है कि यह बयान नफरत फैलाने का काम करता है और समाज में असंतोष और विद्वेष को बढ़ावा देता है। इसके अलावा, इस प्रकार के बयान से संविधान की प्रतिष्ठा पर भी सवाल उठते हैं, जो कि सभी नागरिकों को समान अधिकार देने का आश्वासन देता है।
कांग्रेस पार्टी और उसके सहयोगियों का कहना है कि मंत्री का बयान न केवल गलत है, बल्कि यह लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ भी है। उन्होंने मांग की है कि मदन दिलावर को तुरंत बर्खास्त किया जाए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए ताकि राज्य में शांति और भाईचारे का माहौल बना रहे।
यह बयान और उस पर उठे विवाद से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय राजनीति में धार्मिक और जातीय मुद्दे अक्सर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और इन मुद्दों पर दिये गए बयान अक्सर व्यापक प्रभाव डालते हैं। इस मामले में राज्यपाल और मुख्यमंत्री की ओर से क्या कदम उठाए जाते हैं, यह देखना होगा।