चौहटन पुर्व विधायक पदमा राम मेगवाल ने पुर्नगठन को लेकर बीजेपी सरकार पर लगाये गंभीर आरोप

लोकतंत्र पर कुठाराघात नहीं सहेंगे!

बाड़मेर जिले में ग्राम पंचायतों का तानाशाही तरीक़े से किया जा रहा परिसीमन, पुनर्गठन और सीमांकन – जनता के साथ सीधा अन्याय है।
यह निर्णय न तो जनभावनाओं का सम्मान करता है और न ही भौगोलिक वास्तविकताओं की परवाह करता है।
राज्य सरकार का यह रवैया पूरी तरह अलोकतांत्रिक, जनविरोधी और राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित है।
गत दिवस बाड़मेर जिला कांग्रेस कमेटी ने जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर इस जनविरोधी निर्णय के खिलाफ ज्ञापन सौंपा।
हम मांग करते हैं कि – पंचायत परिसीमन व पुनर्गठन की प्रक्रिया आमजन की सुविधाओं, भावनाओं और जनहित को ध्यान में रखकर की जाए सभी आपत्तियों की निष्पक्ष समीक्षा हो। गांव-गांव की जनता की राय लेकर पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जाए।
ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन ज़रूरी है, पर वह तब तक सार्थक नहीं जब तक उसमें जनता की भागीदारी और संवेदनशीलता ना हो।
यदि सरकार ने समय रहते ज़रूरी कदम नहीं उठाए,
तो गांव से लेकर राजधानी तक हर मंच पर जनता की आवाज़ गूंजेगी।
हम अन्याय के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगे।
Indian National Congress – Rajasthan

जनविरोधी_परिसीमन

लोकतंत्रकीरक्षा

बाड़मेरकीआवाज़

Share
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Oldest
Newest
Inline Feedbacks
View all comments