
राजस्थान में कड़ाके की सर्दी शुरू हो गई है, और इस सीजन में पहली बार तापमान माइनस में पहुंचा है। सीकर के फतेहपुर में बुधवार को न्यूनतम तापमान माइनस 1.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो पूरे प्रदेश में सबसे ठंडा स्थान है। माउंट आबू में भी ऐसी ही स्थिति है, जहां ओस की बूंदें बर्फ में तब्दील हो जा रही हैं। मौसम विभाग ने 17 जिलों में आज भी कोल्ड वेव चलने की चेतावनी दी है।

तापमान में गिरावट के कारण राजस्थान में सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है। खुले आसमान के नीचे पानी की बूंदें जम जा रही हैं और खेतों की बाउंड्री पर तारों और बाहर बर्तनों में बर्फ जम गई है। लोग सर्दी से बचने के लिए जगह-जगह अलाव का सहारा ले रहे हैं ¹।कृषि अनुसंधान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ. नरेंद्र पारीक के अनुसार, दो दिन से चल रही शीतलहर के कारण तापमान में गिरावट आई है। इससे राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है।
सबसे ज्यादा तापमान बाड़मेर में दर्ज
पिछले 24 घंटों में राजस्थान के विभिन्न शहरों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। बाड़मेर में सबसे अधिक तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि जोधपुर में अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा। बीकानेर, कोटा में तापमान 23-23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि गंगानगर में 23.4 डिग्री सेल्सियस और जालोर में 24.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। जयपुर में तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया ¹।उत्तर राजस्थान के लगभग सभी शहरों में मंगलवार देर शाम तेज सर्द हवाएं चलीं, जिससे शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। मौसम विभाग ने राजस्थान में 9 से 11 दिसंबर तक शीतलहर चलने की चेतावनी जारी की है ¹।
जमाव बिंदु के नजदीक पहुंचा माउंट आबू का पारा
माउंट आबू (सिरोही) में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान था। यह तापमान जमाव बिंदु के नजदीक था, जिससे सवेरे जगह-जगह फूल-पत्तियों पर बारीक ओस की बूंदें बर्फ में तब्दील हो गईं।यह पहली बार नहीं है जब माउंट आबू में ऐसे हालात बने हैं। पिछले साल 5 दिसंबर को भी यहां ऐसे ही हालात हो गए थे। बुधवार को आबू का न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो अभी भी सर्दी के मौसम की ओर इशारा कर रहा है।
माउंट आबू के अलावा, सीकर, चूरू और हनुमानगढ़ में भी कल न्यूनतम तापमान 4.5-4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो 5 डिग्री से नीचे है। यह इन तीनों शहरों का इस सीजन का सबसे कम तापमान है, जो सर्दी के मौसम की तीव्रता को दर्शाता है।
कार्डियक, अस्थमा के मरीज बढ़े
शीत लहर चलने और सुबह-शाम कड़ाके की सर्ी पड़ने के साथ ही प्रदेश में अस्थमा (सीओपीडी) और कार्डियक (दिल की बीमारी) के मरीज बढ़ गए। जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल की इमरजेंसी के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. मनोज कुमार जैन ने बताया- पिछले 2-4 दिनों से सांस भरने (फूलने) की तकलीफ लेकर मरीज बहुत ज्यादा पहंच रहे हैं। ये मामले रात और अलसुबह ज्यादा आ रहे हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण तेज सर्दी है। पहले से बीमार लोगों (सीओपीडी और कार्डियक पेशेंट) की परेशानी और बढ़ जाती है।
डॉ. जैन ने सर्दी के मौसम में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि जिन लोगों को पहले से ही कोई बीमारी है, वे सुबह-शाम घर पर ही रहें और बाहर न निकलें।इसके अलावा, जो लोग सुबह या शाम को वॉक या एक्सरसाइज करने जाते हैं, उन्हें धूप निकलने के बाद ही बाहर निकलने की सलाह दी गई है। इससे वे सर्दी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं।
तीन दिन बाद शीतलहर से मिलेगी राहत
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने राजस्थान में अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट होने की संभावना जताई है। इसके साथ ही, अगले तीन दिनों यानी 13 दिसंबर तक जिले में येलो अलर्ट रहेगा।हालांकि, मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि 14 दिसंबर से राजस्थान में शीतलहर का प्रकोप कम होने की संभावना है। इससे राजस्थान के लोगों को कुछ राहत मिल सकती है।


